आज कल आंदोलन होना आम बात है। इस दौरान हिंसा करना लोगों का सौक सा बन गया। आंदोलन की सहायता लेकर कुछ राजनीतिक दल भी अपनी रोटी सेकने मे लग जाते है। तथा सरकारी सम्पत्ति को नुकसान अधिकांशतः पहुँचाया जाता है। जिससे सरकारी पैसा विकास कार्यो में खर्च न होकर इनकी जाॅच व मरम्मत में चला जाता है। सरकार को चाहिए कि शासकीय सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हुए मरम्मत का सारा खर्च आंदोलनकारियों के मुखिया से वसूल करना चाहिए।
जिससे विकास कार्य किया जा सके। COMMENTS के रुप मे अपने विचार साझा करें।
जय हिन्द।
Comments
Post a Comment
कृपया कमेंट में अपने विचार रखें .....